The smart Trick of Shiv chaisa That Nobody is Discussing
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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
जन्म जन्म shiv chalisa in hindi के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥